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महाविद्यालय में डाॅ. अलका मित्तल ने प्राचार्या का कार्यभार सम्भाला

01 जून, आदर्श महिला महाविद्यालय में लंबे अंतराल के पश्चात स्थाई प्राचार्या पद पर महाराजा सूरजमल प्रबंधन संस्थान, दिल्ली में एसोसिएट प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत डॉ. अलका मित्तल की नियुक्ति हुई। महाविद्यालय में प्रबंधकारिणी समिति द्वारा उनका परिचय महाविद्यालय शिक्षक व गैर-शिक्षक परिवार से करवाया गया। पश्चात उन्होंने व्यक्तिगत रूप से महाविद्यालय परिवार के शिक्षक एवं गैर-शिक्षक वर्ग के साथ भेंट की। प्रबंधकारिणी समिति के महासचिव अशोक बुवानीवाला ने संस्था का विस्तृत परिचय देते हुए कहा कि आदर्श महिला महाविद्यालय छात्राओं की शिक्षा के लिए अपने स्थापना के समय से ही सदा अग्रणी रहा है। महाविद्यालय को हरियाणा सरकार द्वारा सर्वश्रेष्ठ महाविद्यालय का दर्जा भी दिया जा चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि आज हम 14 वर्षों के बाद अपनी स्थाई प्राचार्या को पाकर अत्यधिक हर्षित है उन्होंने विश्वास दिलाया कि महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति आधार स्तंभस्वरूप महाविद्यालय परिवार के साथ खड़ी है। हम सब साथ मिलकर इसे आकाश की बुलंदियों तक लेकर जाऐगें और अपने पूर्वजों का सपना साकार करेंगे। उपाध्यक्ष कमलेश चैधरी ने प्राचार्या के व्यक्तित्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि महाविद्यालय को आप परिवार के मुखिया के रूप में उन्नति के चहुमुखी शिखर तक पहुचाएं। कोषाध्यक्ष प्रीतम अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार महाविद्यालय आज उन्नति कर रहा है उसी प्रकार आगे भी करता रहे और आप महाविद्यालय की निष्ठा, अनुशासन एवं कानूनी परंपरा को आगे बढ़ाए। प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल प्राचार्या का कार्यभार सम्भालने के पश्चात उन्होने कहा कि आज इस बड़े परिवार का हिस्सा बनकर वह अत्यधिक पुलकित है। प्राचार्या पद के साथ उन्हें जो जिम्मेदारीयाँ मिली है, उसे वह पूरी निष्ठा व लग्न के साथ पूरा करेंगी। उन्होंने कहा कि वे शिक्षक एवं गैर-शिक्षक वर्ग को साथ मिलकर कार्य करने की अपील की। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. अमिता गाबा द्वारा किया गया। मंच संचालिका डॉ. निशा शर्मा रही। कार्यक्रम में डॉ. अपर्णा बत्रा ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर डायरेक्टर डॉ. अरूणा सचदेव, उप-प्राचार्या नीलम गुप्ता महाविद्यालय काउंसिल मेम्बर नीलम गुप्ता, डाॅ0 अपर्णा बत्रा, नीरू चावला, संगीता मनरो, अनीता वर्मा, डाॅ0 अमीता गाबा व समस्त शिक्षक एवं गैर-शिक्षक वर्ग उपस्थित रहा।

महाविद्यालय का केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, महेन्द्रगढ़ के साथ ’स्टूडेंट एंड फैकल्टी एक्सचेंज’ प्रोग्राम के तहत करार हुआ।

आदर्श महिला महाविद्यालय भिवानी का केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, महेन्द्रगढ़ से करार-दोनों संस्थान एक-दूसरे के विद्यार्थियों, शिक्षकों का करेंगे सर्वांगीण विकास-एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दोनों के विद्यार्थी, शिक्षक करेंगे व कराएंगे पढ़ाई-दोनों संस्थानों के लिए बेहतर साबित होगा स्टूडेंट एंड फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम भिवानी, 18 मई। शहरी और ग्रामीण अंचल की छात्राओं की पहली पसंद आदर्श महिला महाविद्यालय, भिवानी अब अपनी छात्राओं और शिक्षकों को शिक्षा व शैक्षिक गतिविधियों में और अधिक बेहतरीन व निपुण बनाने की दिशा में आगे बढ़ा है। इसके तहत महाविद्यालय का केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, महेन्द्रगढ़ के साथ ’स्टूडेंट एंड फैकल्टी एक्सचेंज’ प्रोग्राम के तहत करार हुआ है। इस करार पर महाविद्यालय की प्राचार्या रचना अरोड़ा व कुलसचिव डाॅ0 सुनील कुमार ने हस्ताक्षर करते हुए एक-दूसरे संस्थान की भरपूर मदद का भरोसा दिलाया।करार कार्यक्रम में महाविद्यालय महासचिव अशोक बुवानीवाला के साथ प्राचार्या रचना अरोड़ा वाणिज्य विभाग से नीरू चावला, डॉ0 अमिता गाबा व अनीता वर्मा एवं केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, महेन्द्रगढ़ से कुलपति प्रो0 टंकेश्वर की ओर से प्रो-कुलपति प्रो0 सुषमा यादव, कुलसचिव डॉ0 सुनील गुप्ता, सहायक कुलसचिव जितेंद्र मोर व डॉ0 विकास गर्ग उपस्थित रहें। आदर्श महिला महाविद्यालय के महासचिव अशोक बुवानीवाला ने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, महेन्द्रगढ़ के साथ समझौता करके उन्हें बेहद खुशी हुई है। छात्राओं और अपने शिक्षकों के हित में जो भी कदम उठाए जा सकते हैं, महाविद्यालय परिवार इसके लिए सदा अग्रणी रहता है। उन्होंने यह भी कहा कि हम छात्राओं की गुणवत्तापरक व रोजगार परक शिक्षा पर तो ध्यान देते ही हैं, साथ ही शिक्षकों को अपडेट रखने के लिए समय≤ पर ऐसे कार्यक्रम भी करते रहते हैं, जिससे कि उनका ज्ञान और अधिक बढ़े। क्योंकि एक व्यक्ति जीवनभर सीखता है। व्यक्ति जब शिक्षक हो तो उसका सीखना और अधिक महत्त्वपूर्ण हो जाता है। महाविद्यालय प्राचार्या रचना अरोड़ा ने कहा कि आदर्श महिला महाविद्यालय ने सदा ही एक आदर्श स्थापित किया है। ग्रामीण अंचल की बेटियों की उच्च शिक्षा का यह महत्त्वपूर्ण केंद्र है। भिवानी के 100 किलोमीटर दायरे से यहां छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने आती हैं। महाविद्यालय का सुंदर परिसर, अनुभवी शिक्षक और पढ़ाई का बेहतर वातावरण यहां शैक्षणिक माहौल को और बेहतर बनाता है। साथ ही यहां आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित छात्रावास भी महाविद्यालय का गौरव बढ़ा रहा है। केन्द्रीय विश्वविद्यालय की प्रो-कुलपति प्रो0 सुषमा यादव ने भी इस करार को महत्त्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जब दो शिक्षण संस्थान मिलकर ऐसे प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हैं, तो निःसंदेश उन संस्थानों के छात्रों और शिक्षकों का विकास होता है। उनका विश्वविद्यालय न केवल छात्रों का शैक्षणिक स्तर पर विकास करता है, बल्कि उन्हें दूसरी संस्कृति और संस्कारों से भी जोड़ता है। युवा पीढ़ी को संस्कारित करना किसी भी शिक्षण संस्थान का उद्देश्य होना चाहिए। उस पर यह विश्वविद्यालय खरा उतरता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने परिसर से बाहर निकलकर दूसरे परिसर में जाकर पढ़ने और पढ़ाने के लिए सकारात्मक रहना चाहिए। एक्सचेंज प्रोग्राम में भाग लेना व उससे सीखना तभी संभव हो सकता है, जब हम अपनी संस्कृति के साथ दूसरी संस्कृति में बिना किसी झिझक और सहज भाव से घुल-मिल सकें। अनुशासन विद्यार्थी और शिक्षक दोनों के लिए जरूरी है। सीखने की सबसे पहली सीढ़ी अनुशासन ही है। जहां इसकी कमी होगी, वहां पर सीखने की गुंजाइश भी कम होगी। प्रो-कुलपति ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय कैंपस में आदर्श महिला महाविद्यालय की छात्राओं और शिक्षकों का स्वागत है। महाविद्यालय का इससे पहले सोनीपत की ऋषिहुड विश्वविद्यालय से भी इसी प्रकार का करार हो चुका है।

आदर्श महिला महाविद्यालय भिवानी का केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, महेन्द्रगढ़ से करार

आदर्श महिला महाविद्यालय में वैदिक गणित, टैली व डिजिटल मार्केट अल्पावधि पाठ्यक्रम नये सत्र से : अशोक बुवानीवाला

महाविद्यालय आगामी नए सत्र से तीन नए शार्ट टर्म कोर्स आरंभ करेगा। जिसमें वैदिक गणित, टैली और डिजिटल मार्केटिंग शामिल है। यह कोर्स 6 माह के अवधि के होंगे। छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ इन पाठ्यक्रमों का भी लाभ उठा पाएगी। यह पाठ्यक्रम छात्राओं को स्वावलंबी एवं रोजगार परख बनाने में सहायक होगे। यह सभी कोर्सेज़ 12वीं पास के बाद किए जा सकते हैं। जिनकी कक्षाएं नियमित लगेंगी। यह जानकारी महाविद्यालय के महासचिव अशोक बुवानीवाला ने दी।अशोक बुवानीवाला ने बताया कि वैदिक गणित अब छात्रों के लिए एक नए विकल्प के रूप में उभर रहा है। सामान्य विधि की तुलना में तेजी से गणना करने में सक्षम बनाता है। यह मानसिक गणना को बढ़ावा देता है। यह छात्रों को गणित की बेहतर समझ देता है। वैदिक गणित बच्चे के व्यक्तित्व के आध्यात्मिक पक्ष में सुधार करता है और रचनात्मकता और आत्मविश्वास बढ़ाता है।टैली कोर्स करने के पश्चात आप किसी भी बिजनेस दुकान अथवा संस्थान में अकाउंट को मैनेज करने की नोकरी प्राप्त कर सकते हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों में लेनदेन संबंधित जानकारी स्टोर करने के लिए टैली सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है. यदि आपने टैली कोर्स किया है तो आप आसानी से किसी भी बड़ी कंपनी में जॉब प्राप्त कर सकते हैं। बुवानीवाला ने बताया कि सोशल मीडिया डिजिटल मार्केटिंग का एक महत्वपूर्ण सेक्टर ई-मार्केट है, जिसमें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब, स्नैप चैट, लिंकडिन, वॉटसप के अलाव यूट्यूब के अलावा आनॅलाईन मार्केट आदि का उपयोग किया जाता है।