महाविद्यालय में ’मोबाइल डिटाॅक्स डे’ मनाया गया।

–विद्यार्थी जीवन सृजनात्मक जीवन-रचना अरोड़ा–मोबाइल पर अति निर्भरता हानिकारक- रचना अरोड़ा–बिना मोबाइल फोन छात्राओं ने पुराने खेलों को खेलकर मनाई खुशी।विद्यार्थी जीवन सृजनात्मक जीवन है। इस समय में विद्यार्थीयों को अनुशासन एवं समय का उचित तालमेल बनाकर जीवन में आने वाली विभिन्न चुनौतियों का डटकर सामना करने के गुर सीखने चाहिए। लेकिन आज का युवा वर्ग अपना अधिक समय मोबाइल के साथ बिताकर व्यर्थ गवां देता है। यह उद्गार आदर्श महिला महाविद्यालय प्राचार्या श्रीमती रचना अरोड़ा ने ’मोबाइल डिटाॅक्स डे’ कार्यक्रम के अवसर पर छात्राओं को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने बताया कि समय विद्यार्थी जीवन में अत्यधिक मूल्यवान है इसी समय के महत्त्व को समझाने के उद्देश्य से महाविद्यालय में ’मोबाइल डिटाॅक्स डे’ मनाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों को सांस्कृतिक गतिविधियों में भी ध्यान देना चाहिए। लेकिन आज का युवा वर्ग मोबाइल का ज्यादा प्रयोग करके अपने अंदर के गुणों को नजरअंदाज कर रहा है, हमें अपने अंदर छिपी कला को पहचानकर सही समय पर उसको निखारना चाहिए। जिसके लिए मोबाइल व सोशल मीडिया पर अतिनिर्भरता को कम करना होगा। साथ ही छात्राओं से यह भी अपील की कि आधुनिक तकनीकों का सकारात्मक उपयोग करें। कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती नीरू चावला व सहसंयोजिका डाॅ0 नूतन शर्मा रहीं। कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती नीरू चावला ने बताया कि छात्राओं में सामाजिक व्यवहार बढ़ाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया और भविष्य में प्रति मास एक दिन इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आज के आधुनिक युग में युवा वर्ग मोबाइल का अत्यधिक उपयोग करता है। जिसके कारण उनका सामाजिक व्यवहार न के बराबर रह गया है। वह अपने इतिहास एवं संस्कृति को भूलता जा रहा है। उन्हें इसी संस्कृति एवं खेलकूद व्यवहार से रूबरू कराने के उद्देश्य से महाविद्यालय में ’मोबाइल डीटाॅक्स डे’ मनाया गया। जिसका समय सुबह 9ः00 बजे से दोपहर 1ः00 बजे तक का रहा। महाविद्यालय में मोबाइल न लाने के लिए पहले ही छात्राओं को सूचित कर दिया गया था। लेकिन जो छात्राएं गलती से मोबाइल लेकर आई उनकी चैकिंग के बाद क्लाॅक रूम में मोबाइल रखवा लिए गए। महाविद्यालय प्राचार्या, शिक्षक वर्ग व गैर-शिक्षक वर्ग के भी मोबाइल गेट पर ही बनाए गए क्लाॅक रूम में रखवाए गए। महाविद्यालय मीडिया प्रभारी श्रीमती गायत्री आर्या ने बताया कि छात्राएं आज के इस कार्यक्रम के माध्यम से अपने आप को बंधन मुक्त महसूस कर रही है और सभी छात्राएं खेल-कूद की गतिविधियों से खुश थी। आज उन्हें बिना मोबाइल फोन के अपनी सहपाठियों के साथ समय बिताकर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में वह आगे भी महाविद्यालय का पूर्ण रूप से सहयोग करेंगी। कार्यक्रम में सभी शिक्षक एवं गैर शिक्षक वर्ग सहित छात्राओं का सहयोग सराहनीय रहा।