आदर्श महिला महाविद्यालय ने युवा महोत्सव में ओवरऑल ट्राफी पर कब्जा किया।दादरी: चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित युवा महोत्सव में आदर्श महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और ओवरऑल ट्राफी पर कब्जा किया। महाविद्यालय की छात्राओं ने आयोजित प्रत्येक विधा में अपनी कला का जादू दिखाया।महाविद्यालय प्रबंधन समिति और प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल ने छात्राओं और प्राध्यापिकाओं को बधाई देकर उनका उत्साह वर्धन किया।यह उपलब्धि महाविद्यालय की छात्राओं की मेहनत और प्रतिभा का परिणाम है। यह सफलता महाविद्यालय के लिए गर्व का क्षण है और छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। महाविद्यालय की छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया है। यह उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है।प्राचार्य डॉ. अलका मित्तल ने कहा, “हमें अपनी छात्राओं पर गर्व है। उन्होंने महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। हम उनकी सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं।”आदर्श महिला महाविद्यालय ने युवा महोत्सव में बाजी मारी!पुरस्कार विवरण:
प्रथम स्थान – 8
द्वितीय स्थान – 11
तृतीय स्थान – 2
कुल पुरस्कार – 21
यह उपलब्धि महाविद्यालय की छात्राओं की मेहनत और प्रतिभा का परिणाम है।
Report on Extension LectureOn October 10, 2024, the Department of English organized an extension lecture featuring Dr. Anuradha Sharma as the distinguished speaker. The topic of the lecture was “Literary Studies: Some Techniques to Study Drama.” Dr. Sharma provided valuable insights into various techniques for studying drama, which greatly enhanced the students’ understanding of the subject. The students expressed their happiness and appreciation for the informative and engaging session.
महाविद्यालय में करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता वरुण जिंदल और सूर्यांश सिंह, टाइम्स प्रो से रहे। इस सेमिनार में छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाली जॉब ऑपच्युनिटीज के बारे में बताया गया। साथ ही रिज्यूम बिल्डिंग की बारीकियां, साक्षात्कार तैयारी के टिप्स, पर्सनालिटी डेवलपमेंट का महत्व, विभिन्न क्षेत्रों में जॉब ऑपच्युनिटीज आदि के बारे भी विस्तार से बातचीत की।वरुण जिंदल और सूर्यांश सिंह ने छात्राओं को बताया कि कैसे वे अपने रिज्यूम और साक्षात्कार कौशल को विकसित कर सकते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। सेमिनार का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के मार्गदर्शन में किया गया।
महाविद्यालय में करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिनमहाविद्यालय के विज्ञान एवं वाणिज्य विभाग की कंप्यूटर की छात्राओं ने कार्यशाला में भाग लिया। इस कार्यशाला के दौरान, छात्राओं ने कोडिंग और तकनीकी क्षेत्र में करियर अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।कार्यशाला के मुख्य बिंदु:· कोडिंग की मूल बातें और इसके महत्व· डाटा साइंटिस्ट और डाटा एनालिस्ट के रूप में करियर अवसर· तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका· आवश्यक स्किल्स और योग्यता की आवश्यकता· उद्योग में वर्तमान रुझान और भविष्य की संभावनाएंकार्यशाला के दौरान, छात्राओं ने विशेषज्ञ वक्ताओं से अपने प्रश्न पूछे और अपने करियर के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त किया।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अलका मित्तल ने कहा, “इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं को तकनीकी क्षेत्र में करियर अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान करना और उन्हें इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित करना है।”उन्होंने यह भी कहा की इस कार्यशाला से छात्राओं को अपने करियर के बारे में स्पष्टता मिलेगी और वे अपने लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ेंगी।
करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल के तत्वावधान में एक दो दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता सुमित शर्मा जैमटी से रहे।वर्कशॉप के प्रथम दिन सुमित शर्मा ने बीसीए विभाग की छात्राओं को वेब डिजाइनिंग, विभिन्न तकनीकी भाषाओं और रोजगार के अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्राओं को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी रोजगार के अवसरों के बारे में बताया। सुमित शर्मा ने कहा कि तकनीकी भाषाओं के माध्यम से हम कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न प्रकार की नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जैसे कि डाटा एनालिस्ट, वेब डिजाइनर, मार्केटिंग, प्रोजेक्ट मैनेजर आदि। उन्होंने छात्राओं को आत्मविश्वास और लगन के साथ अपनी तकनीकी कौशलों का विकास करने और कॉरपोरेट वर्ल्ड में अपनी जगह बनाने के लिए प्रेरित किया।वर्कशाप का आयोजन प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के दिशा निर्देशन में किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्राओं को तकनीकी कौशलों का विकास करने और रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान करना था।
वाणिज्य एवं गणित विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक अनोखे कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें गेम एवं फूड स्टॉल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को समय प्रबंधन कौशल एवं वित्तीय प्रबंधन के बारे में सीखने का अवसर प्रदान करना था।कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्या डॉ.अलका मित्तल के कुशल दिशा निर्देशन में किया गया। वाणिज्य विभाग द्वारा फूड स्टॉल का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार के व्यंजन जैसे गोलगप्पे, स्वीट कॉर्न, दही भल्ले, मोहितो, सैंडविच एवं चॉकलेट लड्डू की स्टाल लगाई गई। गणित विभाग द्वारा गेम स्टॉल का आयोजन किया गया, जिसमें समस्या समाधान कौशल, बौद्धिक क्षमता विकास शक्ति के आधार पर कैच द मैच, क्रॉसवर्ड ,गेम वॉर्स, रीच दा डॉट्स आदि गेम आयोजित किए गए।इस कार्यक्रम में छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया और खरीदारी की। छात्राएं इस अवसर पर अत्यधिक उत्साहित थीं और उन्होंने पूर्ण जोर-जोर के साथ कार्यक्रम में अपनी उपस्थिती दर्ज करवाई। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल ने कहा कि आज का दिन हमारी छात्रओं के लिए एक विशेष दिन है, जिसमें वे अपनी प्रतिभा और रुचियों को प्रदर्शित कर रही हैं। इस आयोजन के लिए उन्होंने वाणिज्य और गणित विभाग को बधाई दी ,जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।उन्होंने यह भी कहा कि शॅटाल के माध्यम से छात्राओ को अपनी रचनात्मकता और नवाचार को प्रदर्शित करने का अवसर मिला है। यह आयोजन न केवल मनोरंजन का अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह छात्रओं को टीम वर्क, संचार कौशल और समस्या समाधान कौशल को विकसित करने में भी मदद करता है। शिक्षा के साथ-साथ खेल और मनोरंजन भी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है
11th October 2024*The Department of Psychology, Chaudhary Bansi Lal University (CBLU), organized a Debate Competition on *World Mental Health Day*, 11th October 2024. The event focused on raising awareness about mental health, with students debating both *for* and *against the motion*.From the BA final year, **Muskan Mehta** secured *second position* for her arguments *against the motion*, while **Somil** took *third position*, presenting *in favor of the motion*. Both students impressed with their thoughtful insights and clear reasoning.The competition was a success, fostering important discussions around mental health.
21 अक्टूबर आदर्श महिला महाविद्यालय की कबड्डी टीम ने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतर महाविद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल कर महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.अलका मित्तल ने कहा कि खेलों के माध्यम से खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाते हैं। खेल हमें अनुशासन धैर्य व समूह में कार्य करना भी सिखाते हैं । खेलों के माध्यम से हम लगन लगाकर कार्य करना भी सिखाते हैं। इसलिए खेलों का हमारे जीवन में अत्यंत महत्व है उन्होंने सभी छात्राओं को शुभाषित दिया और आगे इसी प्रकार जीत की लिए प्रोत्साहित किया।
प्रतियोगिता का आयोजन 18 अक्टूबर से 19 अक्टूबर को चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय किया गया था, जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों से 9 टीमों ने भाग लिया। महाविद्यालय की प्राचार्या, डॉ. अलका मित्तल ने पूरी टीम को बधाई दी और विभाग की कोऑर्डिनेटर, डॉ. रेनू, नेहा, मोनिका सैनी और विजेन्द्र सिंह कोच को विशेष बधाई दी गई।
महाविद्यालय की कबड्डी टीम की इस उपलब्धि पर महाविद्यालय समिति के सदस्यों ने भी बधाई दी और टीम के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
नवाचार आत्मनिर्भरता को बढावा देता हैं-शिवरतन गुप्ता
बैस्ट आउट ऑफ वेस्ट से निर्मित उत्पाद पर्यावरण संरक्षण में सहायक-अशोक बुवानीवाला
आदर्श महिला महाविद्यालय में एक दिवसीय शिल्पकारी प्रदर्शनी का आयोजन छात्राओं ने निर्मित किए लगभग 3000 उत्पाद ।
भिवानी। 18 अक्टूबर भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और बढ़ावा देने के लिए शिल्पकारी छात्राओं का अपना एक अनूठा योगदान रहा है। इसी के तहत शुक्रवार को एक दिवसीय शिल्पकारी प्रदर्शनी स्थानीय आदर्श महिला महाविद्यालय में शुरू हुई। प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता व विशिष्ट अतिथि आदर्श महिला महाविद्यालय प्रबंध समिति के महासचिव अशोक बुवानीवाला के कर कमलांे द्वारा दीप प्रज्ज्वलित व मंत्रोच्चारण द्वारा किया गया।शिवरतन गुप्ता ने कहा कि नवाचार व कौशल निर्माण सुदढ़ उद्यमशीलता के महत्वपूर्ण घटक हैं जो आज प्रदर्शनी के माध्यम से छात्राओं ने प्रदर्शित किए। महाविद्यालय में लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से छात्राओं को आत्मनिर्भर व स्वाभलंम्बी बनाने का मंच प्रदान किया गया है। छात्राओं द्वारा बनाएं गए उत्पाद अत्यंत ही सराहनीय हैं। बैस्ट आउट आफ वेस्ट का उचित प्रयोग छात्राओं द्वारा किया गया हैं।अशोक बुवानीवाला ने कहा- भारत की समृद्ध विरासत को शिल्पकारी छात्राओं के माध्यम से एक मंच पर साथ लाना वास्तव में सराहनीय पहल है। यहां प्रदर्शित ‘आर्टवर्क’ की विविधता हमारे देश को परिभाषित करने वाली शिल्पकला का सच्चा उत्सव है।उन्होंने यह भी कहा कि चंदेरी की जटिल बुनाई से लेकर बांधनी के जीवंत रंगों तक, हर एक प्रोडक्ट परंपरा, रचनात्मकता और हमारी छात्राओं की भावनाओं को प्रदर्शित करता है। यह प्रदर्शनी सिर्फ प्रोडक्ट्स के शोकेस से कहीं अधिक है। यह उस कला और संस्कृति को भी ट्रिब्यूट है, जिससे भारत की विश्व में पहचान है।बैस्ट आउट ऑफ वेस्ट एवं प्रकृति सरक्षण का संदेश छात्राओं द्वारा उचित प्रकार दिया गया हैं महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मितल ने कहा कि आज के समय में छात्राओं को उद्यमशीलता की दिशा में बढ़ाने के लिए यह महविद्यालय की अनूठी पहल हैं जिसमें महाविद्यालय की प्राध्यापिकाओं व छात्राओं की कड़ी मेहनत हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से छात्राएँ उद्यमशीलता के गुर सीख अपने सपनांे को पूरा कर सकेगीं और देश के विकास में योगदान कर सकेगी। गौरतलब है कि शिल्पकारी का उद्देश्य एक ऐसे मंच का निर्माण करना है, जो छात्राओं की शिल्पकला और आधुनिक उपभोक्ताओं को जोड़ते हुए उनके बीच दूरी को कम कर सके। महाविद्यालय द्वारा ली गई इस पहल का उद्देश्य सस्टेनेबल फैशन प्रैक्टेसिस को बढ़ावा देना है, जिससे छात्राओं को सशक्त बनाया जा सके एवं फैशन उद्योग के पर्यावरणीय प्रभाव को कम किया जा सके। प्रदर्शनी में छात्राओं ने पूर्ण रूप से प्राकृतिक व वेस्ट पदार्थो का प्रयोग करते हुए लगभग 3000 उत्पाद निर्मित किए। जिसमें मुख्यत गृह साज-सज्जा सामग्री, प्राकृतिक सौदर्य प्रसाधन, टाई ऐंड डाई की साडियाँ व सूट चद्दरें, पैटिग व कढाई बुनाई के उत्पाद इत्यादि रहें। प्रदर्शनी में जिले के गणमान्य व्याक्तियों ने शिरकत कर छात्राओं का मनोबल बढाया। महाविद्यालय समिति उपाध्यक्ष सुनीता गुप्ता, प्रसिद्ध समाज सेवी मीनू बुवानीवाला, रंजना बुवानीवाला, स्मृति बुवानीवाला, कमलेश चोघरी, सुरेश देवरालीया, रीना तनेजा, डॉ. रजनी राघव, सरला गर्ग की उपस्थिति ने छात्राओं को प्रोत्साहित किया। प्रदर्शनी का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मितल के दिशानिर्देशन में डॉ अर्पणा बतरा, संगीता मनरो, डॉ निशा शर्मा द्वारा किया गया। जिसमें महाविद्यालय की प्राध्यापिकाओं का सहयोग रहा।
महाविद्यालय की छात्रा, मुनेश ने 37वीं हरियाणा राज्य जूनियर एथलेटिक चैंपियनशिप में पुट थ्रो में स्वर्ण पदक और डिस्कस थ्रो में द्वितीय स्थान हासिल कर महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है।इस प्रतियोगिता में ढाई हजार खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसका आयोजन करनाल स्टेडियम में किया गया। महाविद्यालय की बी.ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा, मुनेश ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और महाविद्यालय को विजय दिलाई।महाविद्यालय की प्राचार्या, डॉ. अलका मित्तल ने मुनेश को बधाई दी और कहा, “महाविद्यालय की छात्राएं इस प्रकार की प्रतियोगिता में पहले भी परचम लहराती रही हैं।” उन्होंने आगे कहा, “केवल शिक्षा एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से ही हम अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते, अपितु खेलों के माध्यम से भी हम करियर में उन्नति के शिखर को प्राप्त कर सकते हैं।”डॉ. अलका मित्तल ने यह भी कहा, “आज लड़कियां लड़कों को पीछे छोड़ते हुए हर क्षेत्र में उन्नती का परचम लहरा रही हैं।”इस अवसर पर, शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद विभाग की कोऑर्डिनेटर, डॉ. रेनू, विभाग अध्यक्ष, नेहा, प्राध्यापिका, मोहिनी और कोच को विशेष बधाई दी गई।
महाविद्यालय में प्राचार्या डॉ. अल्का मित्तल के दिशा निर्देशन में समाज शास्त्र विभाग द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 7 टीमो ने भाग लिया । प्रत्येक टीम में 3 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। प्रतियोगिता में इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र ,सामान्य विज्ञान से संबंधित 4 स्तर रखे गए । इन चरणों में प्रत्येक टीम से 3 प्रश्न पूछे गये। प्रतियोगिता में उपस्थित सभी विधार्थियो ने उत्साह पूर्वक अपनी उपस्थिति दर्ज की। D टीम ने प्रथम, G टीम ने द्वितीय, C टीम ने तृतीय स्थान हासिल किया।
महिला महाविद्यालय में उच्च शिक्षा विभाग, हरियाणा व हरियाणा सरकार के दिशा निर्देशन में चलाए गए अभियान के अंतर्गत एंटी टोबैको सेल और बीसीए विभाग के संयुक्त तत्वाधान में नशे के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत पोस्टर बनाओ व नारा लेखन की एग्जीबिशन का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 150 छात्राओं ने भाग लिया।कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्या डॉ .अलका मित्तल के सानिध्य में किया गया। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं को जागरूक करने के लिए उप -प्राचार्य डॉ. अपर्णा बत्रा ने बताया कि ड्रग्स का सेवन एक ऐसी समस्या है,जो हमारे समाज को बहुत ही गंभीर रूप में प्रभावित कर रही है। ड्रग्स के सेवन के नुकसान वास्तव में अविश्वसनीय हैं। ये नुकसान हमारे शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर होते हैं। उन्होनें कहा कि नशीली दवाओं का प्रयोग एक समाजिक और स्वास्थ्य अपराध है। ड्रग्स का अधिक सेवन करने से हमारे शारीरिक कार्यक्षमता कम होती है और विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।इस कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. दीपू सैनी (नोडल अधिकारी-तंबाकू विरोधी प्रकोष्ठ)रहीl इस अवसर पर डॉ. रीतिका सुश्री मिलन के अलावा कॉलेज का स्टाफ और विद्यार्थी गण उपस्थित रहे।
The English Literary Society organized an Inter-Class Poetry Recitation Competition on 8th October 2024, which showcased remarkable talent and creativity among the students. In a closely contested event, Sangeeta from B.Sc. III was awarded first place, while Sakshi from B.A. I earned second place, and Anushka from B.A. II secured third place.The competition was judged by Dr. Gayatri, Assistant Professor from the Commerce Department, and Mrs. Lavisha, Assistant Professor from the Department of English.Principal Dr. Alka Mittal commended the participants and encouraged more students to take part in such events, recognizing their importance in promoting holistic development. Dr. Aparna Batra , Vice Principal and H.O. D of English Department, motivated students by emphasizing the significance of poetry as a means of self-expression.
आदर्श महिला महाविद्यालय में प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के दिशा – निर्देशन में 1 अक्टूबर 2024 को अर्थशास्त्र विभाग द्ववारा डॉ. रेनू (अर्थशास्त्र की विभागाध्यक्ष) के सहयोग से विस्तार-व्याख्यान का आयोजन किया गया । इसमें 100 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया । इस आयोजन के लिए प्रोफेसर सोनू मदान (सी. बी. एल. यू. में अर्थशास्त्र की विभागाध्यक्ष) को आमंत्रित किया गया । जो अपने विषय में पूर्ण विशेषज्ञता व महारत हासिल किए हुई थी। इनका मुख्य विषय “जनसांख्यिकीय लाभांश : अवसर व चुनौतियां रहा। इसमें कार्यशील जनसंख्या, निर्भरता अनुपात, श्रम सहभागिता दर, जनसंख्या की आयु संरचना, प्रजनन व मृत्यु दर में गिरावट के कारण आदि प्रमुख बिंदुओं से विद्यार्थियों को अवगत करवाया। प्रोफेसर सोनू मदान को अर्थशास्त्र विभाग की तरफ से स्मृति चिन्ह प्रदान करके उनका धन्यवाद अदा किया गया, तथा प्राचार्य व विभागाध्यक्ष ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और भविष्य में इस तरह के आयोजन में हिस्सा लेकर ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
Induction Programme The Postgraduate Departments of English, Mathematics, Economics, Physics, and Chemistry at Adarsh Mahila Mahavidyalaya, Bhiwani, organized an induction programme for the new students on 1st October 2024. The event aimed to welcome the students and provide them with guidance for their academic journey.Dr. Mohini, from the Department of Mathematics, initiated the program by explaining the Induction Program and introduced the faculty members from all streams to the students.After that, Dr. Renu, Head of the Department of Economics, informed the students about the curriculum, marks distribution, hobby clubs, activities etc…The programme was graced by the presence of Dr. Aparna Batra, the Head of the English Department and a renowned motivational speaker. In her address, Dr. Batra emphasized the theme of “Self-Empowerment.” She imparted valuable insights into how students can strengthen themselves intellectually, mentally, and emotionally to build a successful future. She also shared practical tips on mastering essential life skills and communication skills. Dr. Batra highlighted the significance of women’s empowerment in today’s world, inspiring students to aim for holistic personal development and encouraging them to cultivate a multifaceted personality.The principal of the college, Dr. Alka Mittal, also addressed the students during the event. In her speech, she encouraged students to become individuals who offer a helping hand to others, rather than always seeking support. Her words motivated the students to develop a sense of responsibility, collaboration, and self-reliance.The induction programme concluded with an interactive session, where students had the opportunity to ask questions and share their thoughts. The event was a great success, leaving the students feeling motivated and prepared for their academic and personal growth in the coming years.
The Department of Mathematics organized an enlightening extension lecture, “Dimensions and Recent Developments of Coding Theory,” delivered by Dr. Anu Kathuria, Assistant Professor at TIT&S Bhiwani.She explained how coding theory, along with modern cryptography, is crucial in protecting information and how the theory offers valuable protection against fraud, identity theft, and cyber-attacks.All UG (Computer Science) and postgraduate students of mathematics attended the lecture, actively engaging with Dr. Kathuria’s insightful explanations. She also answered the queries asked by the students, providing clarity on complex concepts.The lecture’s impacted Deeper understanding of coding theory and cryptography and Inspired interest in research and applications.Principal Dr. Alka Mittal commended the Mathematics Department’s initiative, recognizing its value in enhancing students knowledge and expertise.
Glimpses of 6th day of’One Week Skill Enhancement workshop on Biodegradable Waste Management’ organized by Department of Sciences and Incubation Center.
आदर्श महिला महाविद्यालय में तीन दिवसीय एन.एस.एस शिविर का आयोजनआदर्श महिला महाविद्यालय की एन.एस. एस इकाइयों द्वारा 24 सितंबर, 30 सितंबर, और 1 अक्टूबर को एक सफल तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य छात्राओं को स्वस्थ जीवनशैली, स्वच्छता, नशामुक्ति और समाज सेवा के महत्व के प्रति जागरूक करना था। शिविर का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के कुशल निर्देशन में किया गया। इस अवसर पर उन्होनें कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक शिविर के माध्यम से हमेशा समाज में विभिन्न कुरीतियों के विरूद्ध आवाज उठाने का कार्य करते हैं ।यह सामुदायिक सेवा के जरिए सामाजिक जागरूकता बढ़ाते हैं। समाज सेवा की भावना का विकास करते हैं और व्यवहारिक कौशल को बढ़ाते हैं। उन्होनें यह भी बताया कि शिविर के पहले दिन नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया। इस दिन छात्राओं ने ‘समाज पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग का प्रभाव’ विषय पर निबंध प्रस्तुत किए। इसके साथ ही, स्लोगन लेखन और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिसमें हमें भोजन चाहिए, तंबाकू नहीं और ‘तंबाकू को ना कहें’ जैसे नारों के साथ छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया। शिविर के दूसरे दिन स्वास्थ्य और स्वच्छता पर आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसके अन्तर्गत कुकिंग विद्ाउट फायर प्रतियोगिता में छात्राओं ने मोटे अनाज का प्रयोग करते हुए पौष्टिक व्यंजन बनाए। इस अवसर पर दीया सजावट कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। शिविर के तीसरे दिन छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर में साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। छात्राओं ने महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। अंत में छात्राओं ने डॉ. सुनंदा द्वारा कढाई के गुर सीखे।शिविर का आयोजन कोर्डिनेटर डॉ. निशा शर्मा के मार्गदर्शन में एन.एस.एस ईकाई अधिकारी डॉ. नूतन शर्मा और डॉ. दीपू सैनी द्वारा किया गया।
महाविद्यालय की एन.एस.एस इकाइयों द्वारा ‘स्वास्थ्य और स्वच्छता’ पर एक दिवसीय शिविर ने स्वस्थ जीवनशैली और व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का एक सफल प्रयास किया।महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के मार्गदर्शन में इस शिविर में श्री अन्न रेसिपी प्रतियोगिता, सलाद सजावट प्रतियोगिता और दीयों की सजावट जैसी रचनात्मक गतिविधियाँ छात्राओ ने की।’कुकिंग विदाउट फायर’ प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने आग का उपयोग किए बिना स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन तैयार किए। प्रतियोगिता ने पारंपरिक अनाजों को फिर से मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया। इस दौरान डॉ. अलका मित्तल ने मिलेट्स (श्री अन्न) के लाभों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बाजरा, ज्वार, रागी जैसे मोटे अनाज पोषण से भरपूर होते हैं और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। इनमें उच्च मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, और आवश्यक विटामिन होते हैं,जो पाचन को बेहतर बनाते हैं और शरीर को आवश्यक ऊर्जा भी प्रदान करते हैं।
प्रतियोगिता में वाणिज्य विभाग की 16 छात्राओं ने 8 टीमों के माध्यम से भागीदारी स्थापित की। प्रतियोगिता में कुल 9 राउंड रखे गए। जिसमें छात्राओं से विषय ज्ञान, सामान्य ज्ञान एवं समय प्रबंधन का भी परीक्षण किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्या डॉ अलका मित्तल ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्राओं को पूर्ण रूप से व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त होता है।उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में होने वाली विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का अभ्यास भी इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के माध्यम से हो जाता है। उन्होंने विजयी छात्राओ को शुभाशीष दिया।
संगीत वादन विभाग द्वारा “झंकार ” वाद्य वादन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमे राधिका बी.ए. प्रथम वर्ष ने चिमटा बजाकर और रवीना बी.ए प्रथम वर्ष ने हारमोनियम बजाकर तृतीया स्थान प्राप्त किया। निकिता बी.ए. तृतीय वर्ष ने सितार बजाकर और किरण बी.ए. प्रथम वर्ष ने हारमोनियम बजाकर द्वितीय स्थान प्राप्त किया। मीनू बी.ए. तृतीय वर्ष ने हारमोनियम बजाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया।