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भौतिकी विभाग एवं एन.सी.सी सेल के संयुक्त तत्वाधान मेंनेशनल स्पेस डे’ के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

आदर्श महिला महाविद्यालय भिवानी के भौतिकी विभाग एवं एन.सी.सी सेल के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 23 अगस्त 2024 को ‘नेशनल स्पेस डे’ के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के दिशा निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को ‘चंद्रयान अभियान -3’ से संबंधित लघु फिल्म के माध्यम से ‘स्पेस डे‘ के महत्त्व को समझाया गया। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने अपने विचार विषय अनुरूप साझा किए। भौतिकी विभाग के सभी सदस्य सक्रिय रूप से कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान विज्ञान विभाग समन्वयिका डॉ. निशा रानी एवं एन.सी.सी कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रिंकू अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त किए।

A talk was organised by Research and development cell on “How to write a research paper”.

A talk was organised by Research and development cell on “How to write a research paper” under the guidance of Principal Dr. Alka Mittal.The resource person was Prof. Sunil Kumar Gupta( A renowned academician and expert in the field of management and distance education).The idea of this talk was to enhance the knowledge of research work for PG students as well as staff.Our esteemed speaker shared valuable insights and practical tips like selecting a research topic and conducting literature review, best practices for data collection and analysis on crafting a well structured and well written research paper. Our students found the session informative and engaging and we are grateful for the speaker’s expertise and enthusiasm.We look forward to hosting more such lectures in the future.

स्वयं को जानने और समझने से ही निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती हैं – प्रो० दीप्ति धर्माणी।

एलुमुनाई नेहा IRS को किया सम्मानित भिवानी 14 अगस्त। नए भारत के निर्माण व उन्नति में महिलाओं की भूमिका अग्रणी रही हैं । आज हमारे पास शिक्षा के अवसर अधिक हैं इसका मतलब शिक्षा पा कर नौकरी ही जीवन का लक्ष्य बना ले तो उपयुक्त नहीं हैं। बल्कि स्वयं को जानने और समझने से ही निर्णय लेने की क्षमता विकसित कर जीवन में आगे बढ़ने की आवश्यकता है ये बात आज चौ. बंसी लाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० दीप्ति धर्माणी ने कही। प्रो० धर्माणी स्थानीय आदर्श महिला महाविद्यालय मे एलुमुनाई छात्रा नेहा भगासरा के सम्मान में आयोजित समारोह में सम्बोधित रही थी। उन्होंने कहा कि अपने आप को किसी भी सीमा में न बांधे। आजाद भारत में आज महिला अपनी शक्ति को पहचान कर निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में पुरुषो को पीछे छोड़ रही हैं। उन्होने आज़ादी की पूर्व संध्या पर शहीदों को नमन किया और यह भी कहा कि नारी स्वयं शक्ति स्वरूप है। वह न केवल सवयं का मार्ग प्रशस्त करती है, अपितु औरों को भी सही मार्ग दिखाने का कार्य करती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता ,आदर्श महिला महाविद्यालय के अध्यक्ष, अजय गुप्ता ने की। विशिष्ट अतिथि सुरेश गुप्ता ने छात्राओं को कहा कि आप हमारे भारत देश का उज्जवल भविष्य हैं । आप सभी रोजगार लेने वाली नहीं बल्कि देने वाली बने। जिसके लिए उन्होंने महाविद्यालय में छात्राओ के लिए सिलाई केंद्र खोलने का बीड़ा उठाया और विश्वास दिलाया की वह पूर्णरूप से उन्हें कौशल उन्मुख शिक्षा देकर रोजगार प्रदान करेंगें। अजय गुप्ता ने कहा की छात्राएं अपने मन की इछा शक्ति को प्रबल कर निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण आत्मविश्वास से प्राप्त करने के लिए प्रयास करें।वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट ,अध्यक्ष, शिवरतन गुप्ता ने कहा कि किसी भी शिक्षण संसथान का उद्देशय विद्यार्थी को उसके लक्षित मुकाम तक पहुचाना हैं और कार्यकर्मों के माध्यम से अभिप्रेरित कर उनका मार्ग प्रसस्त करना हैं उसके लिए ये संस्थान कर्तव्य निर्वहन कर रही है।अशोक बुवानीवाला ने कुलपति से दाखिलें की सीटे बढवाने व छात्राओं के लिए मौलिक सुविधाएं प्रदान करने की अपील की। महाविद्यालय प्राचार्या डॉ० अलका मित्तल ने अतिथि गण का धन्यवाद करते हुए छात्रओं को बधाई दी और एलुमुनाई नेहा से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया । इस अवसर पर उपाध्यक्ष सुनीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुंदर लाल अग्रवाल, सह सचिव पवन केडिया , पवन बुवानीवाला, सुभाष सोनी कार्यक्रम संयोजिका डॉ अपर्णा बत्रा सह संयोजिका डॉ रेनू, नेहा उपस्थित रही। मंच संचालन बड़े ही सजीव ढंग से डॉ. निशा शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में देश भक्ति से औत –प्रोत कविता पाठ, नृत्य, संस्कृत गीत, योगा प्रस्तुती ने श्रोतागण को मन्त्र मुग्ध कर दिया ।बॉक्स -कार्यक्रम में महाविद्यालय की एलुमुनाई छात्रा नेहा भगासरा को संघ लोक सेवा आयोग 2023 की परीक्षा प्रथम प्रयास में 719 वाॅ रैंक हासिल किया। वह अपने बैच की 21 वर्ष की सबसे युवा आआरएस ऑफिसर बनी। एलुमुनाई नेहा ने छात्राओं को संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में आने वाली परेशानी के लिए मार्ग प्रसस्त करते हुयें सफलता के कुछ मूल मंत्र दियें । उन्होने कहा की सही समय पर विषय का चुनाव आवश्यक हैं । लेखन कला को समय रहते सुधारें । साक्षात्कार के सिद्धांत, समय प्रबंधन ज्ञान अर्जित करने की कला, पाठन सामग्री आदि के बारे में विशेष तौर पर बताया। उन्होने छात्राओं की मंशाओं को बड़े ही प्रभावी ढंग से शांत किया।

17 अगस्त 2024 को संस्कृत विभाग की ओर से (विश्व संस्कृत दिवस, श्रावण पूर्णिमा, 19/08/2024) के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम “संस्कृत पर्व” का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य संस्कृत भाषा और संस्कृति के प्रति छात्रों में जागरूकता बढ़ाना था। प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुमन ने की।कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या महोदया द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात् छात्राओं ने गीता श्लोक, शिव तांडव, रुद्राष्टकम, विष्णु स्तुति, अग्नि मंत्र, दुर्गा स्तुति, नीति श्लोकों का उच्चारण कर सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया। कुमारी चंचल ने हास्य-कला से श्रोताओं को खूब हंसाया। कुमारी ट्विंकल ने अपनी प्रस्तुति “भारतम् भारतम्” संस्कृत गीत द्वारा भारत की महिमा को गाया। कुमारी संजना ने शिव ताण्डव स्तोत्र से सारा वातावरण शिवमय बना दिया। कुमारी प्रीति ने संस्कृत भाषा के महत्व पर अपनी कविता प्रस्तुत कर संस्कृत को अपने जीवन का अंग बनाने को कहा । कुमारी सुहाना, मोनिका और रजनी ने अग्नि सूक्त के मंत्रों के उच्चारण से सारा वातावरण वैदिकमय बना दिया। कुमारी मुस्कान द्वारा प्रस्तुत दुर्गा स्तुति ने छात्राओं में सकारात्मक मनोवृत्ति और आत्मविश्वास को प्रेरित किया, जिससे उनके समग्र व्यक्तित्व विकास में सकारात्मक योगदान हुआ। संस्कृत भाषा में स्तोत्र, गीत, हास्य-व्यंग्य, कविता, भाषण इत्यादि की शानदार प्रस्तुति से सारा वातावरण संस्कृतमय हो गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल ने कहा कि संस्कृत भाषा न केवल भारतीय संस्कृति की धरोहर है, बल्कि विश्व की प्राचीनतम भाषाओं में से एक है। संस्कृत भाषा वर्तमान समय में कंप्यूटर की भाषा भी बन चुकी है। इस पर नासा द्वारा रिसर्च भी की जा रही है । उन्होंने छात्राओं को संस्कृत भाषा के अध्ययन के लिए प्रेरित किया तथा इस तरह के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए विश्व संस्कृत दिवस की बधाई भी दी। इसके बाद कार्यक्रम की संयोजिका, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. सुमन द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर स्टाफ के अन्य सदस्य श्रीमती कविता भारद्वाज, डॉ. शकुंतला, कुमारी रिंकू, कुमारी नेहा इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ द्वारा किया गया।