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नई सोच रखें और उसे बुलंद करे- प्रोफेसर रवि प्रकाश

नई सोच रखें और उसे बुलंद करे- प्रोफेसर रवि प्रकाशभिवानी, 21 सितंबर। प्रत्येक व्यक्ति के अंदर कुछ न कुछ प्रतिभा एवं कला अवश्य होती है, आवश्यकता उसे पहचानने और निखारने की। सही मायने में उद्यमिता स्वयं के बारे में न सोचकर अपितु समाज एवं राष्ट्र के बारे में सोचना है। यह उद्गार आदर्श महिला महाविद्यालय में आयोजित विस्तार व्याख्यान में चैधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय से आए मुख्य वक्ता प्रो0 रवि प्रकाश ने कहे। विस्तार व्याख्यान का आयोजन चैधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय एवं स्वावलंबी भारत अभियान, हरियाणा के संयुक्त तत्त्वावधान में महाविद्यालय की उद्यमिता प्रकोष्ठ द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कुलपति प्रोफेसर राजकुमार मित्तल के नेतृत्व व प्राचार्या डाॅ0 अलका मित्तल के सानिध्य में हुआ। विस्तार व्याख्यान का विषय ’भारत में उद्यमिता का वर्तमान परिदृश्य’ रहा। प्रो0 रवि प्रकाश ने यह भी कहा कि आज भारत हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहा है। जिसमें महिलाओं की भूमिका बढ़-चढ़कर रहती है। उन्होंने सफल उद्यमियों का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए छात्राओं की नई सोच को बुलंद करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि आप नौकरी लेने वाले न बनकर, नौकरी देने वाले बनें। पढ़ाई के साथ-साथ कौशल को विकसित करने व स्व-रोजगार को अपनाने के लिए प्रेरित किया। महाविद्यालय प्राचार्या डाॅ0 अलका मित्तल ने छात्राओं को ’अर्न वाइल यू लर्न अभियान’ के साथ जुड़ने को कहा। उन्होंने कई ज्वलंत उदाहरणों के साथ छात्राओं को प्रेरित किया कि वह घर पर ही अपना छोटा-सा व्यवसाय मेहंदी, सौंदर्य प्रसाधन प्रशिक्षक व टयूशन या अन्य कोई भी विकल्प व्यवसाय के रूप में चयन कर एक सफल उद्यमी बन सकती है। कार्यक्रम में डाॅ0 रेणू व डाॅ0 गायत्री बंसल एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ से प्राध्यापिका नीरजा, आस्था, उपस्थित रही।

महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इंस्पेक्टर सरोज ने छात्राओ को दुर्गा शक्ति एप से अवगत करवाया

छात्राओं की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग ने दुर्गा शक्ति ऐप लांच किया हुआ है। ऐप का लाल बटन दबाते ही पीड़ित छात्रा के पास चंद ही मिनटों में पुलिस पहुंच जाएगी और छात्रा से छेड़छाड़ या अन्य किसी भी प्रकार की हरकत करने वाले मनचलों को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी। महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इंस्पेक्टर सरोज ने छात्राओ को दुर्गा शक्ति एप से अवगत करवाया और उनके मोबाइल फोन में इस ऐप को डाउनलोड भी करवाया।

विज्ञान विभाग द्वारा दो दिवसीय घेवर कार्यशाला में प्रथम दिन मे प्राध्यापिकाओं को घेवर बनाने की विधि सिखाई गई।

गृह विज्ञान विभाग द्वारा दो दिवसीय घेवर कार्यशाला में प्रथम दिन प्राध्यापिकाओं को घेवर बनाने की विधि सिखाई गई। जिसमें सभी प्राध्यापिकाओं में बड़े ही जोश के साथ हिस्सेदारी की और उन्होंने पारंपरिक व्यंजन घेवर बनाना सिखा।

एन.जी ओ.स्टैंड विद नेचर एवं महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में ‘पर्यावरण संरक्षण’ पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया।

जिसमें वाणिज्य विभागाध्यक्षा नीरू चावला ने ‘जलवायु परिवर्तन पृथ्वी के लिए बड़ा खतरा’ विषय पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। इस सेमिनार में कॉलेज की 100 से ज्यादा छात्राओं ने स्टैंड विद नेचर की सदस्यता ग्रहण की व जलवायु परिवर्तन के अभियान को गाँव तक ले जाने का निश्चय किया ।

बीसीए विभाग द्वारा पैम्फलेट डिजाइनिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

यह कार्यक्रम हमारे सम्मानित मुख्य अतिथि श्री अशोक बुवानीवाला (महासचिव) और डॉ. अलका मित्तल (प्रिंसिपल) की उपस्थिति से शोभायमान हुआ। कार्यक्रम में कुल 35 -40 छात्राओ ने भाग लिया।

विजेता 1. पूजा बीसीए (द्वितीय वर्ष) प्रथम पुरस्कार

2. कृतिका बीसीए (द्वितीय वर्ष) द्वितीय पुरस्कार

3. तमन्या बीसीए (द्वितीय वर्ष) तीसरा पुरस्कार

4. प्रियंका बीसीए (तृतीय वर्ष) सांत्वना पुरस्कार

हिंदी प्रत्येक क्षेत्र में फल फूल रही है- अशोक बुवानीवाला

आदर्श महिला महाविद्यालय में मनाया गया हिंदी दिवसभिवानी, 14 सितंबर। महाविद्यालय में हिंदी साहित्य परिषद और नेहरू युवा केन्द्र एवं नेता जी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृति, भिवानी के सयुंक्त तत्त्वावधान में हिंदी दिवस उल्लास पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर ‘हिंदी के बढते कदम‘ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 20 छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के महासचिव अशोक बुवानीवाला और विशिष्ट अतिथि के रूप में पी0 सी0 सी0 ए0 आई0 के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेन्द्र लोहिया उपस्थित रहे। महासचिव अशोक बुवानीवाला ने कहा कि हिंदी देश की एकता की भाषा है। यह एक वैज्ञानिक भाषा है। इस भाषा में हम अपनी भावनाएँं जितनी सहूलियत और अपनेपन से व्यक्त करते है, उतना अन्य किसी भाषा में व्यक्त नहीं कर पाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी आज प्रत्येक क्षेत्र में फल-फूल रही है और प्रतिदिन इसका महत्त्व बढ़ता जा रहा है। प्राचार्या डाॅ0 अलका मित्तल ने कहा कि हिंदी हमारे राष्ट्र की पहचान है। हिंदी स्वाधीनता संग्राम की भाषा रही है। आज हिंदी के लिए यह संकल्प लेने की आवश्यकता है कि हम सब मिलकर हिंदी का सम्मान बढाएँ और इस पर गर्व करें।निदेशिका डाॅ0 अरुणा सचदेव ने हिंदी के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्त्व से सभी को परिचित करवाते हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। पी0सी0सी0ए0आई0 के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र लोहिया ने कहा कि हिंदी हमारी संस्कृति की संवाहिका है और यह महाविद्यालय इस राष्ट्रीय भाषा का सदैव सम्मान करता रहा है। मंच संचालन हिंदी विभागाध्यक्ष डाॅ0 मधु मालती ने बड़े ही प्रभावी ढ़ंग से विचार व्यक्त करते हुए सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के संस्थापक बनारसीदास गुप्त व भगीरथमल बुवानीवाला हिंदी के प्रबल पक्षधर थे। इस कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र भिवानी व खेल युवा कार्यक्रम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हिंदी विभागाध्यक्ष एवं शिक्षाविद् डाॅ0 मधु मालती को प्रशस्ति – पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर वैश्य महाविद्यालय में आयोजित कविता पाठ प्रतियोगिता ’काव्य-संसार’ में छात्रा टिवंक्ल को बेहतरीन प्रस्तुती के लिए 1100 रूपये का नकद पुरस्कार प्राप्त हुआ और छात्रा वसुधा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। दोनों छात्राओं को महासचिव अशोक बुवानीवाला व प्राचार्या ने बधाई देकर उनका उत्सावर्धन किया।भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान संगीता शर्मा (बी0एस0सी0 द्वितीय वर्ष), द्वितीय स्थान वंशिका गौड़, (बी0ए0 तृतीय वर्ष), तृतीय स्थान हिमांशी, (बी0काॅम प्रथम वर्ष) ने प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में निर्णायकमंडल की भूमिका डाॅ0 रेणू व ममता वाधवा ने निभाई। इस अवसर पर सदाचारी शिक्षा समिति की अध्यक्ष सावित्री यादव, स्वास्थ्य विभाग से सुभाष यादव, नेताजी सुभाषचंद्र बोस युवा जागृति समिति, भिवानी के अध्यक्ष राष्ट्रपति अवार्डी अशोक भारद्वाज व समस्त हिंदी विभाग एवं छात्राएं उपस्थित रहीं।

प्रतिभावान बनें सफलता आपके कदम चुमेंगी – डाॅ0 अलका मित्तल

सत्र 2023-24 में प्रथम वर्ष की छात्राओं के लिए आदर्श महिला महाविद्यालय में छात्रसभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्या डाॅ0 अलका मित्तल ने की। उन्होंने छात्राओं को बताया कि अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए कर्तव्यों का पालन करना प्रत्येक विद्यार्थी का परम कर्तव्य है। यह अवस्था आपके जीवन का स्वर्णिम काल है। महाविद्यालय का प्राध्यापक वर्ग अत्यंत सुयोग्य, कर्मठ एवं अनुभवी है, जिनसे आप बहुत कुछ सीख सकते है। प्रतिभावान बनें और अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाए। छात्राओं को नियमित रूप से क्लासेज लगाने , अनुशासन का पालन करने , समयप्रबंधन व महाविद्यालय की अन्य गतिविधियों से भी अवगत करवाया। साथ ही उन्होंने छात्राओं से अपील की कि आप महाविद्यालय की गरीमा को बनाए रखे और महाविद्यालय में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। मोबाइल का कम से कम प्रयोग करने व नियमानुसार लाइब्रेरी का उचित प्रयोग करने की भी सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि यह समय आपके लिए बहुत ज्यादा अमूल्य है, इस समय आप बहुत कुछ सीख सकते हैं, इसलिए इस समय को व्यर्थ न गवाएं और प्रतिभावान बने सफलता अपने आप आपके कदम चूमेगी ।कार्यक्रम संयोजिका डाॅ0 रिंकू अग्रवाल रही। उन्होंने छात्राओं को महाविद्यालय के विभिन्न विभागों व समय ≤ पर आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के बारे में उचित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आप पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भागीदारी स्थापित करें। जिससे आप अपनी प्रतिभा को और अधिक निखार सकेंगीं । कार्यक्रम में महाविद्यालय उप प्राचार्या नीलम गुप्ता सहित समस्त शिक्षक वर्ग उपस्थित रहा।

करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल के तहत एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया ।

जिसमें मुख्य वक्ता राकेश शर्मा( करियर काउंसलर , हिसार) से रहे उन्होंने छात्राओं को करियर से संबंधित विभिन्न विकल्प बताएं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित कुछ टिप्स भी दिए।

जिला स्तरीय एथलेटिक कम्पीटीशन में कुमारी मुनेश व कुमारी सोनिका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया

जिला स्तरीय एथलेटिक कम्पीटीशन में कुमारी मुनेश व कुमारी सोनिका ने शाट्-पुट व 100 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया और राज्य स्तरीय कम्पीटीशन में अपनी जगह बनाई। छात्राओं की इस उपलब्धि पर प्राचार्या ने बधाई दी और छात्राओ के भविष्य की कामना की।

साप्ताहिक साक्षरता जागृती अभियान के तहत 2 सितम्बर को पोस्टर मेकिंग व स्लोगन लेखन प्रतियोगिता – आयोजित की गई

8 सितम्बर साक्षारता दिवस के उपलक्ष महाविद्यालय में साप्ताहिक साक्षरता जागृती अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत 2 सितम्बर को पोस्टर मेकिंग व स्लोगन लेखन प्रतियोगिता – आयोजित की गई। जिसमे सभी संकायों की छात्राओंों ने भाग लिया। 4 सितंबर को अभियान के अन्तगर्त “आजीवन सिखना” विषय पर वर्कशाप आयोजित की गई। जिसमें वक्ता डा0 रिंकू अग्रवाल (एसोसिएट प्रोफेसर ) अंग्रेजी विभाग रही। उन्होंने छात्राओं को कहा कि सिखना एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है ।जिसका अंत केवल मरन काल पर होता है। सिखना केवल पढाई या किताबों तक सिमित नहीं होना चाहिए। उन्होंने छात्राओ को अभिप्रेरित किया कि हम प्रकृति, वातावरण मित्र, माता-पिता से हर समय कुछ न कुछ सिखते है। छात्राओ को सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मप्रेरित होने को भी कहा। उन्होंने यह भी कहा कि सिखने से सृजनात्मकता व आत्मविशवास बढता है ।उन्होनें छात्राओ को प्रोफशनल कोर्स करने की भी सलाह दी। कार्यक्रम में उपप्राचार्य नीलम अग्रवाल, ममता वधवा, बबीता चौधरी,आशिमा यादव, डा० रेनू, डा० गायत्री बसंल सहित अन्य प्राध्यापिकाए उपस्थित रही।

महाविद्यालय में छात्राओं ने प्राचार्य एवं प्राध्यापिकाओं को फूल देकर सम्मानित कर शिक्षक दिवस मनाया।

शिक्षक दिवस के उपलक्ष में महाविद्यालय की विभिन्न संकायों की शिक्षक दिवस के उपलक्ष में महाविद्यालय की विभिन्न संकायों की छात्राओं ने प्राचार्य एवं प्राध्यापिकाओं को फूल देकर सम्मानित किया ने प्राचार्य एवं प्राध्यापिकाओं को फूल देकर सम्मानित किया।

साप्ताहिक साक्षरता जागृतिक अभियान के तहत महाविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।

जिसमें विभिन्न संख्याओं की 10 छात्राओं ने भाग लिया। भाषण का विषय ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ व ‘पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया’ रहा। प्रतियोगिता का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.अलका मित्तल के दिशा निर्देशन में हुआ। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रीति, द्वितीय संस्थान संगीता शर्मा, तृतीय स्थान हिमांशि का रहा। पलक व मुस्कान को सांत्वना पुरस्कार दिए गए। 2 सितंबर को आयोजित पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान ज्योति, द्वितीय स्थान कल्याणी देवी व तृतीय स्थान रितिका का रहा। स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान स्नेहा व द्वितीय स्थान रितिका कर रहा।

महाविद्यालय में आयोजित सात दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम के समापन पर डाॅ0 अपर्णा बत्रा ने 2 सितंबर को किया।

भिवानी, 2 सितंबर। आदर्श महिला महाविद्यालय में आयोजित सात दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम के समापन पर डाॅ0 अपर्णा बत्रा (एसोसिएट प्रोफेसर अंग्रेजी विभाग) ने ’एन्हेन्सिंग साॅफ्ट स्किल विषय’ मे सॉफ्ट स्किल्स के बारे में प्राध्यापिकाओं को बताते हुए कहा की नई शिक्षा नीति में भी सॉफ्ट स्किल्स को महत्व दिया गया है इन सॉफ्ट स्किल्स के द्वारा हम अपने बुद्धि कौशल ,संचार कौशल, नेतृत्व गुण, टीमवर्क में सृजनात्मक, सहपाठियों के साथ व्यवहारी कौशल मे निपुण हो सकते हैं उन्होंने यह भी सुझाव दिया की योग्यता सभी के अंदर होती है, आवश्यकता उसकी पहचान कर एवं उसे निखारने की है इसके लिए उन्होंने सभी से अपने सॉफ्ट स्किल विकसित करने की प्रेरणा दी साथ ही प्राध्यापिकाओं से यह अपील भी की कि वह भागवत गीता पतंजलि योग सूत्र एवं पौराणिक ग्रंथों को अपना प्रेरणादाई बनाते हुए कर्मयोगी बने। उन्होंने ध्यानमुद्रा भी प्राध्यापिकाओं को करवाई। कार्यक्रम के प्रथम दिन विषय ’वर्क लाइफ बैलेंस’ रहा। जिस पर डाॅ0 सपना बंसल ने महाविद्यालय की प्राध्यापिकाओं व छात्राओं को अत्यधिक अभिप्रेरित किया। उन्होंने हार्ड वर्क नहीं, स्मार्ट वर्क फैमिली हैल्थ और मैंटल लाइफ के बारे में बताया और कहा कि परिवार के लिए अग्रणी बनें और किताबों को सच्चा मित्र बनाएं। डाॅ0 अमीता गाबा के वक्तव्य का विषय ‘संस्था में अध्यापकों की भूमिका‘ रहा। जिसके तहत उन्होंने प्राध्यापिकाओं को वित्तीय कार्यविधि को विस्तारपूर्वक समझाया। डाॅ0 निशा शर्मा के वक्तव्य का विषय ‘नई शिक्षा नीति 2020 के लिए तैयारी‘ रहा। उन्होंने प्राध्यापिकाओं को नई शिक्षा नीति की संपूर्ण जानकारी दी और बताया कि नई शिक्षा नीति पूर्णतया शोध एवं तकनीक पर आधारित है। जिसके लिए हमें अभी से स्मार्ट होना जरूरी होगा। उन्होंने प्राध्यापिकाओं को नई शिक्षा नीति की तैयारी के लिए टिप्स भी दिए। प्राचार्या डॉ0 अलका मित्तल ने प्रत्येक प्राध्यापिका को कहा कि आप पूर्ण हृदय से महाविद्यालय के साथ जुड़े और प्राध्यापिकाओं को गुणवत्ता परक शोध कार्य करने के लिए प्रेरित किया। यह भी कहा कि छात्राओं के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान दें। कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर संगीता मनरो ने पूरी टीम का धन्यवाद किया।