स्नातक व स्नातकोत्तर छात्राओं के लिए महाविद्यालय में अभिभावक शिक्षक मिलन समारोह का आयोजन किया गया।

जिसमें 300 से अधिक अभिभावको ने प्राध्यापिकाओ के साथ छात्राओं के भविष्य को लेकर बातचीत की ।उन्होंने छात्राओं को भविष्य में कराए जाने वाले विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स , कक्षा गतिविधि एवं छात्राओ के सर्वांगीण विकास से संबंधित विभिन्न प्रश्न भी पूछे ।जिसका प्राध्यापिकाओ ने बड़ी सरलता से उत्तर दिया। इस अवसर पर मिताथल से आए अभिभावक ने कहा की महाविद्यालय में छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जानी चाहिए, ताकि वह पढ़ाई के साथ ही इन परीक्षाओं को भी समय से उत्तीर्ण कर अपना व अपने माता-पिता का सपना साकार कर सकें। एक छात्रा की माता ने विश्वास दिलाते हुए कहा कि बिना पिता के साए में आज वह इस महाविद्यालय में अपनी बच्ची को भेज कर पूर्ण संतुष्ट है, महाविद्यालय में कराई जाने वाली अनुशासनात्मक एवं शैक्षणिक गतिविधियों से छात्रा प्रतिवर्ष अच्छे अंको से पास हो रही है। प्राचार्या रचना अरोड़ा ने कहा की विद्यार्थियों की उन्नति में सबसे अहम भूमिका माता-पिता एवं गुरुजन की होती है उनका आपस मे तालमेल होना आवश्यक है ।यदि किसी भी माता पिता को अपने बच्चों से संबंधित किसी प्रकार की कोई भी जानकारी प्राप्त करनी है तब वह महाविद्यालय आकर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महाविद्यालय छात्राओं के शैक्षणिक , सांस्कृतिक एवं सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत है ,जिसमें अभिभावकों का सहयोग भी अनिवार्य है। सभा का आयोजन प्राचार्या रचना अरोड़ा के मार्गदर्शन में संयोजिका नीरू चावला द्वारा किया गया।