सीबीएलयू द्वारा आयोजित महाविद्यालय में अंतर-महाविद्यालय योग महिला प्रतियोगिता का आयोजन।

योग को प्रतियोगिता तक सीमित न रखे, इसे जीवन में उतारे- विपिन कुमारयोग तीन विधाओ का संगम आसन, प्राणायाम, ध्यान- शिवरतन गुप्ता

योग हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।- सुरेश गुप्ता

संजू को मिला बेस्ट योगिनी का पुरस्कार।

भिवानी योग मानसिक,शारीरिक एवं भावनात्मक विकार को समाप्त करता है। योग के माध्यम से ऊर्जा, स्मरण शक्ति व कार्यकुशलता को बढ़ाया जा सकता हैं। यह उद्गार बतौर मुख्य अतिथि शिवरतन गुप्ता, अध्यक्ष वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट ने आदर्श महिला महाविद्यालय में चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित अंतर महाविद्यालय महिला योग प्रतियोगिता के शुभारंभ पर कहे। उन्होनें यह भी कहा कि योग तीन विधाओ का संगम हैं आसन, प्राणायाम व ध्यान, जिसके अद्वितीय लाभ हैं। उन्होनें यह भी कहा कि योग विचलित सांसो को नियंत्रित करने की विधा हैं। समापन सत्र में प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि जिला न्यायधीश विपिन कुमार रहे।उन्होने कहा कि योग परीक्षा के तनाव को कम करने का सरल मार्ग हैं। योग विकसित देशो में प्राथमिकता के आधार पर अपनाया जा रहा हैं। विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध उधोगपति सुरेश गुप्ता ने कहा योग हमारी ऐतिहासिक धरोहर हैं। यह अनुशासन एवं कला का अनुठा संगम हैं। योग द्वारा हम अपनी संस्कृति से जुडते हैं और तनाव ग्रस्त जीवन में शांति को भी प्राप्त करेगें। महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति महासचिव अशोक बुवानीवाला ने कहा कि योग के नियमित अभ्यास से अद्वितीय लाभ प्राप्त होते हैं। योग हमारे प्राचीन ज्ञान का अमूल्य उपहार है। इस प्रकार के आयोजन नई पीढ़ी को इसे अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। अंतर-महाविद्यालय योग महिला प्रतियोगिता का शुभारंभ गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, डीन खेलकूद एवं संास्कृतिक विभाग, डॉ. सुरेश मलिक ने कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं बल्कि यह हमारे मन, आत्मा और शरीर को जोड़ने का एक माध्यम है। यह प्रतियोगिता न केवल प्रतिभागियों में आत्मविश्वास को बढ़ाएगी बल्कि योग के प्रति जागरूकता भी फैलाएगी।प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। यह न केवल उनके कौशल को निखारेगा बल्कि स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा भी देगा। कार्यक्रम में विभिन्न योग आसनों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें कुछ प्रमुख आसनों के नाम सूर्यनमस्कार, धनूरासन, कर्णपीड़ा आसन, हलासन शामिल थे। जजों के पैनल ने प्रतिभागियों का मूल्यांकन उनके तकनीक, संतुलन और प्रस्तुति के आधार पर किया।जजो की भूमिका डॉ. विरेन्द्र जी.सी.डब्लू तोशाम, सुनील शर्मा, सीबीएलयू, अनीता चौधरी सीबीएलयू, निशा शर्मा, आदर्श महिला महाविद्यालय, महेन्द्र कोच, सुनील शर्मा योगा फैडरैशन ने निभाई।कार्यक्रम में उपस्थित गण सुनीता गुप्ता, उपाध्यक्ष आदर्श महिला महाविद्यालय, प्रीतम अग्रवाल, पवन केड़िया, संयुक्त सचिव आदर्श महिला महाविद्यालय,डॉ.मितेश शर्मा महंत राजनाथ,विजय किशन अग्रवाल कार्यक्रम संयोजिका व मंच का सचालन डॉ. निशा शर्मा द्वारा किया गया, शारीरिक शिक्षा व खेलकूद विभाग की कॉर्डिनेटर डॉ. रेनू, नेहा, विभागाध्यक्ष, डॉ. मोनिका सैनी, योगा प्रशिक्षक निशा शर्मा मीडिया प्रभारी डॉ. गायत्री बंसल सहित समस्त शिक्षक व गैर-शिक्षक वर्ग उपस्थित रहा।बाक्स मेप्रतियोगिता के अंत में विजेताओं को सम्मानित किया गया।संजू राजकीय महाविद्यालय कैरू को मिला बेस्ट योगिनी का पुरस्कार। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आदर्श महिला महाविद्यालय, द्वितीय स्थान राजीव गांधी महिला महाविद्यालय, तृतीय स्थान यूटीडी, भिवानी का रहा।