महाविद्यालय में जीएसटी प्रभाव और चुनौतियों पर संगोष्ठी का आयोजन।
जीएसटी संग्रह में हरियाणा का छठा स्थान – महेन्द्र सिंह श्योराण
जीएसटी भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण प्रयास- पी.के गोयल
आदर्श महिला महाविद्यालय में जीएसटी प्रभाव और चुनौतियों पर संगोष्ठी का आयोजन।
विशेषज्ञों ने दी जीएसटी पर विस्तृत जानकारी।
भिवानी, 10 दिसंबर। कर संरचना को सरल करना जीएसटी का मुख्य उद्देश्य रहा हैं। जिसमें राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार मिलकर जीएसटी पर कार्य करती हैं। जीएसटी के कारण कर आय में आर्थिक क्रांति आयी हैं। यह उद्गार बतौर मुख्य वक्ता महेंद्र सिंह श्योराण आईआरएस (पूर्व सदस्य, सीबीआईसी और सदस्य, भारत के लोकपाल) ने आदर्श महिला महाविद्यालय में जीएसटी प्रभाव और चुनौतियों पर आयोजित संगोष्ठी में कहें। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में जीएसटी संग्रह में वृद्धि हुई है लेकिन इसका पूर्ण लाभ यहां के लोगो को नही मिलता, यहा पर उत्पादन अधिक हैं लेकिन खपत कम है। उन्होनें हरियाणा की उन्नति में आर्थिक संरचना को सुदृढ़ करने पर बल दिया।
आदर्श महिला महाविद्यालय, भिवानी के वाणिज्य विभाग द्वारा जीएसटी प्रभाव और चुनौतियाँ विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। जिसमें विशेषज्ञ वक्ताओं में पी.के. गोयल आईआरएस पूर्व प्रधान मुख्य आयुक्त, जीएसटी) ने जीएसटी की तकनीकी बारीकियों और इसे लागू करने में आने वाली चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि यह प्रणाली देश के कर ढांचे को सरल और एकीकृत बनाने का प्रयास है। इस अवसर पर उन्होंने अपने द्वारा जीएसटी पर लिखी गई पुस्तक को शहर के गणमान्य व्यक्तियों को भेंट किया।
विशिष्ट अतिथियों में शिवरतन गुप्ता (वरिष्ठ अधिवक्ता, कर) ने जीएसटी के कानूनी पहलुओं पर चर्चा करते हुए व्यवसायियों और उद्योगों के लिए इसके महत्व को समझाया। डॉ. सुरेश गुप्ता (अभ्यास में प्रोफेसर) ने मुख्य अतिथियों का धन्यवाद करते हुए जीएसटी की आधारभूत समस्याओं को सरलीकरण करने की बात कही और ऑडिट के मुद्दे पर चर्चा की। सेमिनार में जीएसटी के विभिन्न पहलुओं पर संवाद हुआ, जिसमें छात्राओं और शिक्षकों ने विशेषज्ञों से सवाल पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान पाया। वक्ताओं ने जीएसटी के व्यावहारिक प्रभाव, इसके लाभ, और वर्तमान में इसके सामने आने वाली चुनौतियों पर गहराई से चर्चा की।महासचिव अशोक बुवानीवाला ने छात्राओं को जीएसटी जैसे जटिल विषय को समझने के लिए इस सेमिनार को महत्वपूर्ण बताया। यह सेमिनार न केवल छात्राओं के लिए ज्ञानवर्धक साबित हुआ, बल्कि जीएसटी की व्यावहारिक चुनौतियों और संभावित समाधानों पर विचार करने का एक बेहतरीन मंच भी बना।महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल ने कहा कि यह आयोजन छात्राओं के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा। उन्होंने छात्राओं को कर प्रणाली के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने और भविष्य में ऐसे आयोजनों में सक्रिय भाग लेने का आग्रह किया। कार्यक्रम की संयोजिका नीरू चावला ने सेमिनार को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों और वक्ताओं का धन्यवाद व्यक्त किया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों ने वक्ताओं के योगदान की सराहना की और उनके द्वारा दी गई जानकारी को उपयोगी बताया।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध उद्योगपतियो, वकीलो एव सी.ए के साथ शहर के गणमान्य व्यक्तियों ने सगोष्ठी में उपस्थिति दर्ज की। इस अवसर पर प्रबंधन समिति उपाध्यक्षा सुनीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुंदरलाल अग्रवाल, सह-सचिव पवन केड़िया, व मंच संचालिका डॉ. निशा शर्मा, आयोजन कमेटी सदस्य डॉ. अमीता गाबा, अनीता वर्मा, डॉ आशिमा यादव, डॉ. गायत्री बंसल, शीतल केड़िया, डॉ. प्रीति शर्मा, डॉ. सुचेता सोनी, हिमंाशी जैन, समस्त छात्राओं एवं प्राध्यापिकाओं के साथ उपस्थित रही।