महाविद्यालय में एम0ओ0यू0 सेल द्वारा ’संत दादू दयाल का जीवन-दर्शन’ विषय पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय में प्राचार्या डाॅ0 अलका मित्तल के दिशा-निर्देशन में एम0ओ0यू0 सेल द्वारा ’संत दादू दयाल का जीवन-दर्शन’ विषय पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य वक्ता डाॅ0 रमाकांत शर्मा ने कहा कि भक्तिकाल में संत दादू दयाल मानवता के पोषक संत थे। निर्गुण परंपरा के संत दादू की विनम्रता अतुलनीय थी। उन्होंने ईश्वर, माया, जीव, जगत, योग, साधना इत्यादि की सहज सरल व्याख्या द्वारा समाज में समानता का प्रसार किया। उनकी वाणी में अद्भुत ज्ञान था। उनका जीवन सदैव मानवता को समर्पित रहा। समाज कल्याण में उनकी शिष्य परंपरा आज भी अनवरत है। छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि अवसाद आज की बड़ी समस्या बनती जा रही है। विद्यार्थी यदि संत दादू के सहज योग को अपनाएं तो इससे बचा जा सकता है।